भारत में मेट्रो कहा चली थी:- भारत में सबसे पहली मेट्रो रेल सेवा कोलकाता में शुरू हुई थी। इसका पहला सेगमेंट नेताजी सुभाष चंद्र बोस चौक से हावड़ा की ओर था और उसकी लंबाई 3.4 किलोमीटर थी। यह सेवा 1984 में शुरू हुई थी और उस समय इसे कोलकाता मेट्रो रेलवे के नाम से जाना जाता था।
कोलकाता मेट्रो रेल सेवा ने अपने शुरूआती दिनों में कुछ तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन बाद में यह सेवा सफलतापूर्वक चलने लगी। आज कोलकाता मेट्रो रेलवे की लंबाई लगभग 27 किलोमीटर है और यह शहर के विभिन्न हिस्सों को आसानी से जोड़ता है।
भारत में मेट्रो का इतिहास
भारत में मेट्रो का इतिहास 1984 में शुरू हुआ, जब कोलकाता मेट्रो रेलवे द्वारा देश की पहली मेट्रो रेल सेवा शुरू की गई। कोलकाता मेट्रो रेलवे का पहला सेगमेंट नेताजी सुभाष चंद्र बोस चौक से हावड़ा की ओर था और उसकी लंबाई 3.4 किलोमीटर थी।
इसके बाद दिल्ली में मेट्रो रेल सेवा 2002 में शुरू हुई। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने स्थापना किया गया और इसका पहला सेगमेंट शाहदरा से तिस हजारी तक का था। दिल्ली मेट्रो रेल सेवा अपनी तेजी से विस्तार करती रही और आजकल यह दिल्ली और एनसीआर (गुड़गांव, नोएडा, फरीदाबाद) क्षेत्र में व्यापक नेटवर्क के साथ चल रही है।
इसके बाद अन्य शहरों में भी मेट्रो सेवाएं शुरू हुईं। कोलकाता के बाद दूसरी मेट्रो रेल सेवा बंगलुरु में 2011 में शुरू हुई। इसके बाद चेन्नई, मुंबई, जयपुर, हैदराबाद, लखनऊ, कोची, नागपुर, कोल्काता के मेट्रो रेलवे का विस्तार, आदि शहरों में भी मेट्रो सेवाएं शुरू हुई।
भारत की सबसे बड़ी मेट्रो सेवा कहां है?
भारत में सबसे बड़ी मेट्रो जल्द ही मुंबई में शुरू होने वाली है। इसे “मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड” (Mumbai Metro Rail Corporation Limited, MMRCL) द्वारा संचालित किया जाएगा। मुंबई मेट्रो की लंबाई करीब 337 किलोमीटर होगी और यह मुंबई के विभिन्न हिस्सों को कनेक्ट करने का मुख्य उद्देश्य रखेगी। मुंबई मेट्रो की अनुमानित लागत 1,10,000 करोड़ रुपये है और यह एक नवीनतम तकनीकी और सुरक्षित मेट्रो रेल नेटवर्क होगा। यह परियोजना अनुमानित रूप से 8 फेजों में विकसित की जा रही है और उम्मीद है कि इसका पूरा नेटवर्क 2031 तक पूरा हो जाएगा।
भारत की मेट्रो सेवा किसके अधीन है?
भारत में मेट्रो रेल सेवाएं भिन्न-भिन्न संगठनों और अधिकारिकताओं के अधीन होती हैं। यहां कुछ मेट्रो सेवाएं और उनके संचालन संगठनों का उल्लेख है:
1. दिल्ली मेट्रो: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Delhi Metro Rail Corporation Limited, DMRC) द्वारा संचालित होती है।
2. मुंबई मेट्रो: मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Mumbai Metro Rail Corporation Limited, MMRCL) द्वारा संचालित होगी।
3. कोलकाता मेट्रो: कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Kolkata Metro Rail Corporation Limited, KMRC) द्वारा संचालित होती है।
4. बंगलुरु मेट्रो: बंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Bangalore Metro Rail Corporation Limited, BMRCL) द्वारा संचालित होती है।
5. चेन्नई मेट्रो: चेन्नई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Chennai Metro Rail Limited, CMRL) द्वारा संचालित होती है।
6. हैदराबाद मेट्रो: हैदराबाद मेट्रो रेल लिमिटेड (Hyderabad Metro Rail Limited, HMRL) द्वारा संचालित होती है।
7. जयपुर मेट्रो: जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Jaipur Metro Rail Corporation Limited, JMRC) द्वारा संचालित होती है।
भारत में प्रतिदिन कितने लोग मेट्रो में सफर करते है?
भारत में प्रतिदिन मेट्रो से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या विभिन्न शहरों और मेट्रो नेटवर्क के आधार पर भिन्न होती है। यह आंकड़े निर्माण स्थान, लाइन की लंबाई, और यात्रा करने वाले स्थानीय लोगों की प्राथमिकताओं पर निर्भर करते हैं।
दिल्ली मेट्रो के मामले में, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (DMRC) के अनुसार, दैनिक आपूर्ति लगभग 60 लाख से अधिक यात्रियों को संभव बनाती है।
इसके अलावा, अन्य महत्वपूर्ण मेट्रो सेवाओं में जैसे की मुंबई मेट्रो, कोलकाता मेट्रो, बंगलुरु मेट्रो, चेन्नई मेट्रो, हैदराबाद मेट्रो और जयपुर मेट्रो भी दैनिक यात्रियों की संख्या लाखों तक पहुंचती है।
यह आंकड़े निर्माण स्थान और यात्रा करने वाले लोगों की बढ़ती मांग के साथ संबंधित होते हैं और इन आंकड़ों में वार्षिक, मासिक, साप्ताहिक, और दैनिक उतार-चढ़ाव भी हो सकते हैं।
भारत में मेट्रो आने के फायदे
भारत में मेट्रो रेल सेवाओं के लाभ कुछ इस प्रकार हैं:
1. ट्राफिक कम होता है: मेट्रो रेल की सेवा से लोग जल्दी और आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं, जिससे रोड ट्राफिक कम होता है।
2. प्रदूषण कम होता है: मेट्रो रेल सेवा शहर के वायु प्रदूषण को कम करती है। इसके इलावा, एक साथ बहुत सारे लोग मेट्रो में सफर करते हैं जिससे ट्रैफिक कम होता है और प्रदूषण की मात्रा भी कम होती है।
3. समय बचत: मेट्रो रेल सेवा से लोग अपने गंतव्य तक जल्दी से पहुंच सकते हैं और इससे समय भी बचता है।
4. सुरक्षित सफर: मेट्रो रेल सेवा लोगों को एक सुरक्षित साधन उपलब्ध कराती है।
5. आर्थिक उपलब्धियां: मेट्रो रेल सेवा के आने से कई लोगों को नौकरियों की उपलब्धियां मिलती हैं, इससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधरती है।
6. विकास का एक माध्यम: मेट्रो रेल सेवा शहर के विकास का एक महत्वपूर्ण माध्यम होती है। यह लोगों को अलग-अलग हिस्सों में जाने की सुविधा देती है।
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